शिमला। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने अपने कारोबार में 16.12 प्रतिशत वृद्धि करते हुए 715.78 लाख रुपये का शुद्ध लाभ कमाया
बैठक में निदेशक मंडल ने निगम की कुछ इकाइयों में आवश्यकता से अधिक स्टाफ होने का मामला उठाया, जिस पर यह निर्णय लिया गया कि स्टाफ के युक्तिकरण की आवश्यकता है और निगम की ट्रांसपोर्ट शाखा के अतिरिक्त स्टाफ को हि.प्र. पथ परिवहन निगम को स्थानांतरित करने की संभावना तलाशी जानी चाहिए। दक्षतापूर्ण कार्य व बेहतर परिणामों के लिए निगम को चुस्त-दुरूस्त बनाया जाना चाहिए और इसकी इकाइयों में आवश्यकता से अधिक स्टाफ को स्थानांतरित करके कम करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में निगम की सभी होटल इकाइयों में हाऊस कीपिंग सहित सभी शाखाओं के ऑडिट का भी सुझाव दिया गया। बैठक में क्यारीघाट में अतिरिक्त 10 कमरों के निर्माण के अलावा पार्किंग तथा अन्य सुविधाओं के निर्माण का भी निर्णय लिया गया। बैठक में यह जानकारी भी दी गई कि कसौली में 42 कमरे, पर्यटक स्वागत केन्द्र, पार्किंग और एक संग्रहालय की निर्माण प्रक्रिया में तेज़ी लाई जाएगी। पर्यटन निगम के निदेशक मोहन चौहान ने जानकारी दी कि कसौली में पानी की उपलब्धता के लिए बोर वैल लगाने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को 4.50 लाख रुपये जारी किए गए हैं और शीघ्र ही इसकी निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने कसौली में परिधि गृह के निर्माण की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए ताकि इस पर्यटन स्थल पर आने वाले सैलानियों को सुविधा मिले और सरकार को भी लाभ प्राप्त हो। निदेशक मंडल ने कुल्लू जि़ला के मणिकर्ण में निगम की सम्पत्ति पर पुनः विचार करने का निर्णय लिया और मामले को उपायुक्त कुल्लू के साथ उठाने का सुझाव दिया गया ताकि पर्याप्त कदम उठाकर भवन को नीचे बहती नदी के बहाव से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने निगम की भूमि पर अतिक्रमण की घटनाओं का पता लगाने और इस भूमि को उपयोग में लाने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कुल्लू जि़ले के सोझा में निगम की भूमि पर अतिक्रमण की विशेष तौर पर जांच करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने मंडी जि़ले में होटल मांडव के अधिग्रहण के मामले को उठाने को कहा, क्योंकि आईटीआई परिसर कमांद को स्थानांतरित किया जा चुका है और वहां केवल नाम मात्र स्टाफ ही बाकी बचा है। मुख्य संसदीय सचिव मनसा राम, निगम के उपाध्यक्ष हरीश जनारथा, मुख्य सचिव पी. मित्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन वी.सी. फारका, प्रधान सचिव वित्त डॉ. श्रीकान्त बाल्दी के अतिरिक्त गैर सरकारी सदस्य वीरेन्द्र धर्माणी, गोपाल कृष्ण महंत, रूपेश कंवल, विजय इन्द्र करण, अमरजीत सिंह और सुरेन्द्र सेठी भी बैठक में उपस्थित थे।