हमीरपुर (जाहू)। ऐसे में ठेकेदार क्यों न बेखौफ दनदनाएं, जब सरकारी
ग्रामीणों का कहना है कि इस करीब चार किलोमीटर सड़क को मात्र दिखावे के लिए ही पक्का किया गया है। ना सही ढंग से सोलिंग की गई और ना ही समतलीकरण। कई जगह तो ऐसा लगता है कि मिट्टी पर ही चारकोल मिली रोड़ी छिड़क दी गई है। टारिंग पर लाखों रूपये खर्च करने के बावजूद एक माह बाद ही सड़क पर घास उग आई है। यही नहीं कई जगह तो डंगे भी अधूरे छोड़ दिए गए हैं। इससे क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग का खूब मजाक उड़ रहा है, लेकिन विभाग है कि ठेकेदार की गलती मानने को भी तैयार नहीं ।
लोक निर्माण भोरंज उपमंडल के सहायक अभियंता केएल शर्मा से मीडिया ने इस बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि भरेड़ी- अमरोह वाया जड़ोह- नबलाख- बैरी- भुक्कड़ सड़क पर नियम के अनुरूप 20 एमएम की बजरी डाली गई है और सड़क पर मिट्टी आ जाने के कारण ही वहां घास उगी है। उन्होंने कहा कि अगर सड़क कहीं से उखड़ती है तो संबंधित ठेकेदार ही उसे ठीक करेगा।