केलंग (लाहुल-स्पीति)। सभी जानते हैं कि जनजातीय क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत अन्य
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासन ने सर्दियों में इन मजदूरों से हेलीपैड और जिला मुख्यालय केलंग के रास्तों से बर्फ हटाने का काम कराया। इनमें स्थानीय लोगों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में नेपाली श्रमिक भी शामिल हैं, जो नेपाल त्रासदी के कारण अपने घरों को लौटना चाहते हैं, लेकिन बिना पैसे के डेरों में दुबके बैठे हैं। पीड़ित मजदूरों में तानाशाह अधिकारियों का इतना खौफ है कि वे मीडिया से बातचीत के समय अपना नाम बताने से भी डरते हैं। मजदूरों ने बताया कि पैसे नहीं मिलने के कारण उनके घरों का चूल्हा ठंडा पड़ने की नौबत आ गई है, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा।
मीडिया के पूछने पर लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता जीएस नेगी ने भी स्वीकार किया कि नेपाली मजदूरों को अभी मेहनताना नहीं मिला है। इनसे सर्दियों में हेलीपैड और प्रमुख रास्तों से बर्फ हटाने का काम लिया गया था। बजट की व्यवस्था होते ही दो सप्ताह के भीतर इनका भुगतान करवा दिया जाएगा।
उधर, लाहुल स्पीति के उपायुक्त हंसराज चौहान कहते हैं कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। फिर भी यदि ऐसा है तो लोक निर्माण विभाग को निर्देश जारी कर मजदूरों का भुगतान करा दिया जाएगा।