ऊना। क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में कुव्यवस्था से खीझे चिकित्सकों ने अंततः आपरेशन थियेटर से मरीजों को बेरंग लौटा दिया।
अस्पताल में वीरवार को करीब एक दर्जन मरीजों के परिवार नियोजन, गायनी समेत अन्य ऑपरेशन होने थे। बाकायदा ऑपरेशन वाली ड्रेस पहना कर उन्हें ऑपरेशन थियेटर में लेटाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने ऐन मौके पर ऑपरेशन करने से मना कर दिया। इसके पीछे हाल ही में मीडिया में आई उन खबरों का प्रभाव भी माना जा रहा है, जिसमें कुछ स्वास्थ्य शिविरों में कुव्यवस्था के चलते आपरेशनों के बाद लोगों की आंखें चली गईं और कइयों को जान से हाथ धोना पड़ा था।
हालांकि ऊना के मुख्य चिकित्सा अधिकारी जीआर कौशल ने इसे चिकित्सकों की अनुशासनहीनता करार दिया है और कहा कि चिकित्सकों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर चिकित्सक सहयोग नहीं करेंगे तो मरीजों के सरकारी खर्च पर निजी अस्पतालों में ऑपरेशन कराए जाएंगे।
मरीजों के तामीरदार- विनय कुमारी, विनोद कुमार, सूर्यकांत, राजेश कुमार, सुरेंद्र सिंह आदि ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि वे पिछले दो दिनों से परेशान हो रहे हैं। रोगियों को खाना खाने से मना किया हुआ था। बुधवार को पानी की आपूर्ति नहीं होने और वीरवार को स्टाफ की कमी की बात कहते हुए डाक्टरों ने आपरेशन करने से इनकार कर दिया।
ऑप्रेशन करवाने पहुंचे रोगियों- पूजा, मोनिका, मीना, अनु कुमारी, ज्योति देवी, अनुराधा, आशा और विश्वनाथ का कहना था कि उन्हें ऑपरेशन के लिए ही अस्पताल में भर्ती किया गया है, लेकिन अब वे मुसीबत में फंस गए हैं। पता नहीं आपरेशन कब हो पाएंगे।