कांगड़ा। बिजनेस गुरूओं के इस कथन कि मार्किटिंग अच्छी हो तो कूड़ा-कचरा भी अच्छे दामों पर बेचा जा सकता है, को चरितार्थ
मोहनघाटी में एक दुकानदार को अचानक न जाने क्या सूझी कि उसने पोस्टर और पेम्फलेट छाप कर प्रचार शुरू कर दिया कि उसके पास औषधियुक्त पानी है, जिसे पीकर अनेक रोग शर्तिया ठीक हो जाते हैं। शीघ्र ही कारोबार इतना फैल गया कि दुकानदार ने गंदे नाले से पानी ढोने के लिए पांच मजदूर भी रख लिए और बिना फिल्टर किए इस पानी की पांच लीटर की कैनियां सौ-सौ रुपये में हाथों-हाथ बिकने लगीं।
सूचना मिलने पर गत दिवस जिला खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी एलडी ठाकुर और एसडीएम जोगिंद्रनगर राहुल चौहान तुरंत मौके पर पहुंचे और यह गोरख धंधा बंद करवाया। प्रशासन की टीम ने गांव से संबंधित पोस्टर भी हटा दिए और पूछताछ के बाद दुकानदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
छापे के दौरान दुकान में पांच-पांच लीटर की 94 कैनियां मिलीं। निरीक्षण के दौरान दुकानदार कोई भी आवश्यक दस्तावेज नहीं बता पाया। उसके पास न तो कोई लाइसेंस था और न ही कोई लैब रिपोर्ट। अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी कि बहकावे आकर इस गंदे पानी का सेवन न करें। यह उनकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।