नई दिल्ली। गांधीवादी आंदोलनकारी अन्ना हजारे ने रविवार को यह टिप्पणी कर सबको चौंका दिया कि
अन्ना हज़ारे ने बीबीसी से ख़ास बातचीत में कहा कि किसानों की ज़मीन जिस तरह से हड़पी जा रही है, उसके ख़िलाफ़ देशव्यापी आंदोलन की ज़रूरत है। आंदोलन में हर तरह के लोगों को शामिल किया जा सकता है। यदि माओवादी भी इसमें शामिल होना चाहें तो उन्हें भी साथ लिया जा सकता है।
उन्होंने इसके साथ यह भी जोड़ा कि इस पर कोई अंतिम फ़ैसला अभी नहीं लिया गया है। सभी लोग साथ बैठ कर तमाम मुद्दों पर विचार करेंगे। अन्ना बोले, ”सभी लोग चाहें तो माओवादियों का समर्थन भी लिया जा सकता है।”
दिल्ली में अन्ना हजारे का आंदोलन 24 फरवरी को शुरू होगा। इसी दिन सत्याग्रही किसानों की पदयात्रा भी दिल्ली पहुंचेगी। अन्ना हजारे ने मीडिया से बातचीत करते हुए यह भी खुलासा किया कि आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उनके साथ फोन पर बातचीत की है तथा कल 23 फरवरी को उनके साथ बैठक भी होगी। उन्होंने संकेत दिया कि केजरीवाल आंदोलन में पहले की तरह मंच उनके साथ खड़े नजर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन में दिल्ली सरकार के सहयोग का वे स्वागत करते हैं।